पंजाब में बिजली संकट लगातार गहरा रहा है। राज्यभर में लंबे-लंबे कट लग रहे हैं। कई जगह तो 24-24 घंटे से बिजली ही नहीं है। भीषण गर्मी में लोग सड़कों पर उतर आए हैं। ऐसे में लगातार गहरा रहे बिजली संकट की गाज अब उद्योगों पर गिरी है। इसके अलावा सरकारी एवं सार्वजनिक दफ्तरों को भी तीन दिन के लिए एसी बंद रखने को कहा गया है।
दो दिनों के औद्योगिक वीकली ऑफ का एलान कर दिया है। यह वीकली ऑफ जरूरी और अन्य छोटे उद्योगों पर लागू नहीं होगा। कैटेगरी दो और कैटेगरी तीन फीडरों से फीड होने वाले पंजाब में बड़ी इंडस्ट्री, आर्क फर्नेस इंडस्ट्री, इंडक्शन फर्नेस इंडस्ट्री और रोलिंग मिल पर दो दिन का वीकली ऑफ लागू कर दिया है। वीकली ऑफ के दौरान फिक्सड चार्जेज वसूल नहीं किए जाएंगे। गुरुवार शाम चार बजे से लेकर तीन जुलाई शाम चार बजे तक वीकली ऑफ लागू रहेगा।
साथ ही पावरकॉम ने प्रदेश के सभी सरकारी विभागों, बोर्डों और कारपोरेशनों के स्टाफ से तीन दिनों के लिए एसी बंद रखने की अपील की है। विभागों के स्टाफ को अपील की है कि वह अपने दफ्तरों में बगैर जरूरत के लाइटें न चलाएं और बिजली से चलने वाले हाई पावर उपकरणों को भी तीन दिनों तक बंद रखें।
पंजाब की सियासी पिच पर आम आदमी पार्टी की फ्री बिजली की ‘गुगली’ के बाद अचानक अघोषित बिजली कटों से हाहाकार मचने लगा है। भीषण गर्मी के बावजूद बत्ती गुल होने को लेकर जालंधर में शहर से लेकर गांवों तक लोग रात 12 बजे तक प्रदर्शन करते रहे।